ग़जल
हम तो लुट गए यार, यारी में .
मिला बेइंतहाँ प्यार ,यारी में .
खुश हूँ की अपने ही जीते,
मान ली हमने हार, यारी में .
तू जाने का नाम न ले ए दोस्त ,
रोयेंगे आंसू हजार, यारी में.
न होंगे खफा अब जमाने तक,
कर ले मुझसे करार ,यारी में .
इस तन्हाई की दवा सिर्फ तू है ,
लेकर आजा बहार, यारी में .
हम तो लुट गए यार, यारी में .
मिला बेइंतहाँ प्यार ,यारी में .
खुश हूँ की अपने ही जीते,
मान ली हमने हार, यारी में .
तू जाने का नाम न ले ए दोस्त ,
रोयेंगे आंसू हजार, यारी में.
न होंगे खफा अब जमाने तक,
कर ले मुझसे करार ,यारी में .
इस तन्हाई की दवा सिर्फ तू है ,
लेकर आजा बहार, यारी में .
तू जाने का नाम न ले ए दोस्त ,
जवाब देंहटाएंरोयेंगे आंसू हजार, यारी में.
खूबसूरत अलफ़ाज़
दृष्टिगत के लिए धन्यवाद योगी जी
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