नित नूतन सुख की किरणों से
मह्के जग ,सारा जीवन.
सुख-समृद्धि की पावन वेला में
छूटे कष्टों के बंधन .
जीवन के क्षण-क्षण में,
हो,उर में नेह स्पंदन .
नववर्ष तेरा अभिनन्दन-अभिनन्दन.
अशिक्षा का मिटे अँधेरा
खुशियाँ छाये आंगन-आंगन
नयनों से नित नेह बरसे,
मिटे शोषितों के क्रन्दन.
हिंसा की ज्वाला बुझे
जग में फैले अपनापन.
नववर्ष तेरा अभिनन्दन-अभिनन्दन.
आशाओं का हो सवेरा
शुभ संदेशों का नित आगमन.
पर्यावरण की रक्षा को ,
फैले जग में वन उपवन .
युग युग के सेतु नववर्ष
सदभावों से तुझे नमन .
नववर्ष तेरा अभिनन्दन-अभिनन्दन.
ओ मानव-क्रांति के अग्रदूतों
तुम कुछ ऐसा करो गर्जन .
मातृभूमि के शत्रुओं का ,
हो जिससे मान-मर्दन .
स्मरण रहे सदा हमें,
अपना गौरवमय इतिहास पुरातन .
नववर्ष तेरा अभिनन्दन-अभिनन्दन.
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