संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

गुरुवार, 8 मार्च 2012

जब मस्ती लेनी हो होली में


         जब मस्ती लेनी हो होली में,
     तो  आजा  मेरी  खोली में.


     इशारों से अब काम न चलेगा,
     कर  लो  बातें  बोली  में .


     कीचड़ में अब हाथ ना डालो,
     गुलाल  छुपा  है  चोली  में. 


     दिल से दिल का भेद मिटा दो,
     प्यार   बढाओ  होली  में.
 

     राजनीति की अब बातें छोड़ो,
     फाग  सुनाओ  टोली  में.


     बैरी को भी गले लगा लो,
     यार  बना  दो  होली में.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें